Hit and Run कानून क्या है ? क्यों हो रहा पुरे देश में प्रदर्शन ? आखिर क्यों है सड़को पर वाहन चालक |

ट्रको की इस हड़ताल से क्या होगा देश भर में असर?

ट्रक चालकों की इस आंदोलन से देश भर में इसका असर देखने को मिलेगा|
ट्रकों की हड़ताल होने से दूध, सब्जी और फलों की आवक नहीं होगी और कीमतों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा।  वहीं, पेट्रोल-डीजल की सप्लाई रुक जाएगी, जिससे लोकल ट्रांसपोर्ट और आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत होगी। इसके कारण चीजों के दाम बढ़ने की  सम्भावना  रहेगी|

इस दौरान 8 राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब और गुजरात में बस और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर रहे। बता दें कि भारतीय न्याय संहिता 2023 में हुए संशोधन के बाद हिट एंड रन के मामलों में दोषी ड्राइवर पर 7 लाख रुपए तक का जुर्माना और 10 साल तक कैद का प्रावधान है।

क्या है संशोधन?

दरअसल संशोधन से पहले, हिट एंड रन मामले को आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना), 304A (लापरवाही के कारण मौत) और 338 (जान जोखिम में डालना) के तहत केस दर्ज कार्रवाई की जाती थी, जिसमें दो साल की सजा का प्रावधान था. वहीं किसी विशेष केस में आईपीसी की धारा 302 भी जोड़ दी जाती थी, मगर अब सरकार द्वारा पुराने कानून में संशोधन के बाद सेक्शन 104 (2) के तहत हिट एंड रन की घटना के बाद अगर आरोपी मौका-ए-वारदात से फरार हो जाता है और पुलिस या मजिस्ट्रेट को सूचित नहीं करता है, तो उसे 10 साल तक की सजा काटनी पड़ेगी, साथ ही मोटा जुर्माना भी चुकाना पड़ेगा.

 Hit and Run कानून क्या है

Hit and Run Law को लेकर पहले से कानून है लेकिन अब केंद्र सरकार नया कानून लेकर आई है। अभी तक हिट एंड रन में ड्राइवर की थाने से जमानत हो जाती है। साथ ही दो साल की सजा का प्रावधान भी है। अब इसमें वाहन चलाने वाले ड्राइवरों को अधिकतम 10 साल की सजा के साथ 7 लाख जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद से देश भर में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है।

क्या है वाहन चालकों का कहना ?

ट्रक ड्रावर अपने वाहनों को सड़क पर रोककर  धरना दे रहे है | उनका कहना है की जब एक्सीडेंट होता है तो उनके पास भागने के आलावा कोई रास्ता नहीं रहता है | अगर वो भागेंगे नहीं तो पब्लिक उनको मारेंगी इस कानून के अनुसार अगर वो भागते  है तो उनको 10 साल की सजा और 7 लाख का जुर्माना भरना पड़ेगा | ट्रक  ड्रावरो की मांग है की इस कानून में पुनः विचार किया जाना चाहिए| या इसे वापस लेना चाहिए | कानून   वापस न करने की स्थति में देश भर में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है | 

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